- चौधरी हो सकते हैं डिप्टी सीएम
रायपुर।
छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद अब मुख्यमंत्री की दौड़ तेज हो गई है। पूरे छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक अटकलों का दौर चल रहा है कि अगला सीएम कौन होगा? छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री चुनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा के साथ-साथ संगठन में मंथन के लिए छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, विधायक ओपी चौधरी सहित अन्य शीर्ष नेताओं को दिल्ली तलब कर लिया गया है। चल रही अटकलों के बीच इस बात की संभावना प्रबल है कि वरिष्ठ आदिवासी नेता और कुनकुरी जैसे मिशनरी प्रभावित क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले केंद्रीय मंत्री व भाजपा के दो बार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। वे RSS की पसंद भी हैं और वरिष्ठ आदिवासी नेता भी। आने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तथा झारखंड में होने वाले चुनाव के दृष्टिगत भी विष्णु देव साय सीएम बनाए जा सकते हैं। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री आदिवासी चेहरा होने के नाते श्री साय का नाम प्रबल माना जा रहा है जो आदिवासी नेतृत्व में एक बड़ा नाम भी है। इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल भी मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल हैं। महिला वर्ग से रेणुका सिंह भी इस दौड़ में शामिल हैं तो सरोज पांडेय के नाम की भी चर्चा है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ा गया और सत्ता परिवर्तन हुआ है इसलिए इस बात की भी संभावना है कि अरुण साव को सीएम पद का तोहफा दिया जा सकता है। हालांकि आगामी चुनाव के मद्देनजर श्री साव को संगठनात्मक जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। पूर्व आईएएस और रायगढ़ से रिकार्ड मतों से जीत हासिल करने वाले युवा विधायक ओपी चौधरी को डिप्टी सीएम बनाए जाने की प्रबल संभावनाएं हैं। उन्हें डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया तो महत्वपूर्ण मंत्रालय देने की पूरी संभावना है। बहरहार दिल्ली में आज होने वाली बैठक में चर्चा के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस खत्म होने के आसार हैं।