रांची।
झारखंड के गढ़वा में एक महिला को भरी पंचायत में 20 जूते मारे गए, उसे जूते पर थूक कर चाटने को मजबूर किया गया, कान पकड़कर सौ दफा उठक-बैठक कराया गया, उस पर 56 हजार रुपए का आर्थिक दंड लगाया और इसके बाद उसके सामाजिक बहिष्कार का फैसला सुनाया गया।
घटना तीन महीने पुरानी है, लेकिन इसकी शिकायत अब दर्ज कराई गई है। महिला का कहना है कि इस घटना अगले ही दिन उसने मेराल थाने में आवेदन दिया था, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई। अब उसने ऑनलाइन कंप्लेन दर्ज कराया है।
वाकया गढ़वा जिले के मेराल थाना अंतर्गत तिसरटेटुका गांव का है। पीड़िता मुस्लिम समाज की है। पंचायत इसी समाज के लोगों ने बिठाई थी। महिला का कहना है कि उसे चरित्रहीन और डायन करार देकर यह जुल्म किया गया।
उसने अपनी शिकायत में कहा है कि बीते 15 अगस्त की रात लगभग 12 बजे पंचायत बिठाई गई। गांव के जब्बार अंसारी, मुजाहिद अंसारी, इलियास अंसारी, साकिर अंसारी, मोकिर अंसारी, असगर अली, इमामुद्दीन अंसारी और इरशाद अंसारी उसके घर पहुंचे और उसे एवं उसके पति को पंचायत में ले गए।
यहां सार्वजनिक तौर पर महिला पर गांव के एक युवक से नाजायज संबंध के आरोप लगाए गए। उस पर डायन होने का भी आरोप मढ़ा गया। महिला और उसके पति ने इन आरोपों से इनकार किया, लेकिन पंचायत में महिला को दंडित किया गया। ऑनलाइन कंप्लेन के आधार पर पुलिस महिला की शिकायत की जांच कर रही है। इस बाबत अब तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।