नई दिल्ली । क्रिकेट इतिहास में तीन महान खिलाड़ियों को आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। इनमें भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग, पूर्व भारतीय महिला टेस्ट कप्तान डायना एडुल्जी और श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज अरविंदा डि सिल्वा शामिल हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम के नवीनतम शामिल सदस्यों के रूप में तीनों दिग्गजों के नाम की घोषणा की।
आधुनिक क्रिकेट के विध्वंसक सलामी बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सहवाग ने करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। वह टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी हैं। सहवाग ने दो बार टेस्ट में तिहरा शतक लगाया। अपने शानदार करियर के दौरान उन्होंने ने 23 टेस्ट शतक जड़े। इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में वह भारतीय खिलाड़ियों में पांचवें स्थान पर हैं।
सहवाग का करियर
सहवाग का टेस्ट में उच्चतम स्कोर 319 रन है। यह किसी भारतीय का टेस्ट में सबसे बड़ा स्कोर है। सहवाग ने 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में 319 रन बनाए। कुल मिलाकर सहवाग के नाम 104 टेस्ट मैचों में 8586 रन हैं। उन्होंने 49.34 की औसत से रन बनाए हैं। 251 वनडे में सहवाग ने 35.05 की औसत से 8273 रन बनाए हैं। वह 2007 में टी20 विश्व कप और 2011 में वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य हैं। सहवाग ने 2011 विश्व कप में 380 रन बनाए थे।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले भारतीय खिलाड़ी
सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीनू मांकड़, डायना एडुल्जी, वीरेंद्र सहवाग।
भारतीय क्रिकेट के लिए यह गर्व का क्षण : एडुल्जी
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में दूसरे स्थान पर शामिल एडुल्जी ने लगभग तीन दशकों तक भारत की कप्तानी की और बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर के रूप में 54 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कुल 109 विकेट लिए। एडुल्जी ने वेस्टर्न रेलवे में प्रशासक की भूमिका निभाई और महिला क्रिकेटरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने पश्चिमी और भारतीय रेलवे की खेल नीति बनाने में भी प्रभावशाली भूमिका निभाई।
एडुल्जी ने कहा, “सबसे पहले मैं आईसीसी और जूरी को धन्यवाद देना चाहूंगी कि उन्होंने मुझे आईसीसी हॉल ऑफ फेम 2023 में शामिल करने के लिए चुना। इसमें शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनना वास्तव में एक बड़ा सम्मान है। यह बीसीसीआई और भारतीय महिला क्रिकेट के लिए भी गर्व का क्षण है।”
अरविंद डि सिल्वा के नाम 20 टेस्ट शतक
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल तीसरे खिलाड़ी 1996 में श्रीलंका के साथ आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप जीतने वाले अरविंद डि सिल्वा हैं। श्रीलंकाई बल्लेबाज अपनी निरंतरता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने 18 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 20 टेस्ट शतक लगाए। बल्ले के साथ उनकी विशेषज्ञता लाल गेंद प्रारूप तक ही सीमित नहीं थी। सफेद गेंद क्रिकेट में उनके नाम 11 शतक हैं। अरविंद डि सिल्वा ने 93 टेस्ट मैचों में 42.97 की औसत से 6361 रन बनाए। वनडे की बात करें तो उन्होंने 308 मैचों में हिस्सा लिया और 34.90 की औसत से 9284 रन बनाए।