

अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब
मंत्री ने की सहायता राशि की घोषणा, शोक संतप्त परिवारों से मिलकर बंधाया ढांढस
कोरबा//
सोमवार की सुबह दर्री क्षेत्र की कलमीडुग्गू बस्ती चित्कार उठी। बस्तीवासी बिलख पड़े,हर एक की आंखों में आंसू नजर आए जब यहां निवासरत 8 लोगों, पिता-पुत्र, साला-जीजा, मित्र की अर्थियां एक साथ उठी। सारा माहौल गमगीन रहा। दो अन्य दिवंगतों की अंतिम यात्रा उनके निवास से निकाली गई।
दरअसल गत दिनों प्रयागराज में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में 10 लोगों की जान चली गई थी। मृतकों में कलमीडुग्गू के निवासी ईश्वरी जायसवाल (45), भागीरथी जायसवाल (47), गंगादास वर्मा (53) और उनके पुत्र दीपक वर्मा (28), संतोष सोनी (54) और उनके पुत्र सौरभ सोनी (26), शिवा राजपूत (62), राजू साहू (38), सोमनाथ यादव (27) और अजय बंजारे (35) शामिल थे।
दुर्घटना के दो दिन बाद, रविवार रात मृतकों के शव कोरबा पहुंचे। शवों के घर पहुंचते ही परिवारजनों में कोहराम मच गया। मोहल्ले के लोगों ने भी उन्हें सांत्वना देने की कोशिश की, लेकिन मातम का माहौल ऐसा था कि हर किसी का दिल दहल उठा। सोमवार सुबह आठ मृतकों की अंतिम यात्रा एक साथ निकाली गई, जिसे देखकर हर किसी की आँखें नम हो गईं। अंतिम दर्शन के दौरान बस्ती में रुदन और सिसकियों की गूंज सुनाई दी। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, परिजन और परिचितों ने मुक्तिधाम में पहुंचकर नम आँखों से विदाई दी।
सोमवार सुबह कोरबा विधायक एवं प्रदेश के श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री से अतिरिक्त सहायता दिलाने का भी आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि शासन की ओर से मिलने वाली नियमित सहायता राशि भी परिवारों को प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, हाल ही में निर्वाचित पार्षद राधा महंत ने भी अपने विजय उत्सव को स्थगित कर शोक संतप्त परिवारों के दुख में सहभागी बनीं। इस हृदयविदारक हादसे ने पूरे कोरबा शहर को झकझोर कर रख दिया है।