ग्वालियर। ग्वालियर के मुरार क्षेत्र से महिला सरोज वंशकार के तीन वर्षीय बेटे रोयल और 15 दिन की बेटी खुशी का अपहरण कर ले गए दंपती सहित पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक किन्नर भी शामिल है। यह गैंग मानव तस्करी में शामिल है। दोनों बच्चों का सौदा कर दिया गया था। रोयल को किन्नर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के करहल में और 15 दिन की मासूम खुशी को भिंड में बेचा गया।
पुलिस ने दोनों बच्चों को आरोपितों के चंगुल से मुक्त करा लिया है। आरोपितों से पूछताछ चल रही है। इन्हें कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है। पुलिस को आशंका है कि इनसे और भी घटनाओं का खुलासा हो सकता है।
ग्वालियर निवासी सरोज वंशकार को 19 अगस्त को रास्ते में एक दंपती मिला था। इन्होंने सरोज से दोस्ती की। हंसराज होटल ले जाकर धोखे से शराब पिला दी और बेहोश करने के बाद उनके दोनों बच्चों को लेकर भाग गए। सरोज के पति का निधन हो चुका है।
होश आया तो पुलिस से की शिकायत
सरोज को जब होश आया तो उसने पुलिस से शिकायत की। मुरार थाना पुलिस ने अपहरण की एफआईआर कर तलाश शुरू की। सीसीटीवी कैमरों की मदद से एक आरोपित सत्यनारायण जाटव की पहचान हुई। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी कहानी खुल गई। बेटे को करहल और बच्ची को भिंड के मौ से बरामद किया। पुलिस के मुताबिक, इनसे पूछताछ में बड़े खुलासे होंगे। लेनदेन के बारे में पड़ताल जारी है।
ऑनलाइन भुगतान से मिला सुराग
आरोपित सत्यनारायण जाटव ने एक दुकान पर ऑनलाइन भुगतान किया था। इससे नंबर मिला और पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस कर ली। वह गोला का मंदिर पर मिल गया। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरी गैंग पकड़ गई। पुलिस ने इस मामले में ग्वालियर के नदीपार टाल निवासी सत्यनारायण जाटव के अलावा उसकी पत्नी नीलम, करहल, मैनपुरी की शालू किन्नर, भिंड की पूजा शर्मा और दीपक वाल्मीक को गिरफ्तार किया है।