महासमुंद । कलेक्टर प्रभात मलिक के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक के मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री जनमन योजना द्वारा जिले के चिन्हांकित सभी विशेष पिछड़ी जनजाति समूहों के लोगों को लाभ दिलाने हेतु अभी तक जिले में 21 शिविरों का आयोजन किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा शेड्युल निर्धारित कर पीव्हीटीजी बसाहटों में शिविर का आयोजन किया जा रहा हैं। इन शिविरों में केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित एवं पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। इसी कड़ी में 03 जनवरी को महासमुंद विकासखण्ड के ग्राम खड़सा में शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम पीढ़ी, मोहकम, अचानकपुर, बासकुड़ा एवं जलकी के कमार बसाहटों में शिविर का आयोजन किया गया।
खरसा के शिविर में 43 आधार कार्ड, 76 आयुष्मान कार्ड बनाया गया। वहीं स्वास्थ्य परीक्षण अंतर्गत विशेष टीबी और सिकल सेल परीक्षण व स्वास्थ्य परीक्षण 71 कमारों का किया गया। जनधन खाता हेतु 08, राशन कार्ड हेतु 03, उज्ज्वला गैस के लिए 29, सुकन्या समृद्धि योजना अंतर्गत 02 बैंक खातों के लिए पंजीयन किया गया। इस तरह यहां लगभग 130 कमारों को लाभ मिला। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने बताया कि अभी तक 21 शिविरों का आयोजन किया गया है। जिसमें 192 आधार कार्ड और 382 आयुष्मान कार्ड बनाए गए। पीएम किसान सम्मान निधि योजना अंतर्गत 35 किसानों का पंजीयन किया गया। 29 नए राशन कार्ड बनाए गए तथा प्रधानमंत्री जनधन योजना अंतर्गत 77 नए बैंक खाते के लिए फॉर्म भराए गए। 59 जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी की गई। मौके पर ही 144 कमार परिवारों को राशन कार्ड दिए गए। उन्होंने बताया कि इन कैम्पों में लगभग 1700 से अधिक विशेष पिछड़ी जनजाति के हितग्राही शामिल हुए।
विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा उपस्थित ग्रामीणों को प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग हेतु किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी जा रही है। इसके अंतर्गत ऐसे समुदायों के बसाहटों में विभिन्न विभागों के समन्वय से पेयजल, आवास, सड़क, आंगनबाड़ी के माध्यम से पोषण, आजीविका संवंर्धन हेतु कौशल विकास जैसे महत्वपूर्ण गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाएगा। शिविर में सेल्फी पॉईंट बनाया गया है, जहां लोग शिविर में अपनी उपस्थिति को यादगार बना रहे हैं। विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को शिविर तक लाने हेतु महिला कर्मचारियों, स्वसहायता समूह द्वारा सहयोग भी किया जा रहा है एवं शिविर की नियमित मॉनिटरिंग हेतु गठित जिला एवं ब्लॉक स्तरीय नोडल अधिकारियों की टीम द्वारा शिविर का निरीक्षण कर संबंधित विभागों की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है।